पिछले साल घाटी में पत्थरबाजी करने वाले युवक को जीप से बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई का कोर्टमार्शल
लड़की से दोस्ती पर मेजर लीतुल गोगोई का कोर्ट मार्शल, नहीं मिलेगा प्रमोशन
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नई दिल्लीः घाटी में ह्यूमन शील्ड बनाने के मामले में चर्चा में आये मेजर लीतुल गोगोई के खिलाफ कोर्टमार्शल की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. जिसके तहत उनका अगला प्रमोशन रोक दिया गया है. मेजर गोगोई को श्रीनगर की एक स्थानीय महिला से दोस्ती करने का आरोपी पाया गया. मई 2018 को तब विवाद हुआ जब सेना के एक अफसर को 18 साल की महिला के साथ होटल में पुलिस ने गिरफ्तार किया.
मामले ने तब तूल पकड़ा जब पता चला कि महिला को होटल में यौन शोषण की मंशा से लाने वाला अफसर और कोई नहीं बल्कि मेजर लीतुल गोगोई है. बाद में पुलिस को पुछताछ में लड़की ने बताया कि वो अपनी मर्जी से मेजर के साथ आई थी. उनकी दोस्ती फेसबुक के जरिए हुई. मेजर ने फेसबुक पर अपना नाम उबैर अरमान लिख रखा था.
मामले को तूल पकड़ते देख आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि अगर मेजर गोगोई दोषी साबित हुए तो उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी.
मेजर लीतुल गोगोई 2017 में तब शुर्खियों में आये जब उन्होनें घाटी में पत्थरबाजी करने वाले युवक को अपनी जीप के बोनट पर बांधा और करीब 6 घंटो तक पूरे गांव में घुमाया. मेजर जिस इलाके में गये थे. वहां के लोग इलाके में हुई मौत से नाराज थे. और लगातार पत्थरबाजी कर रहे थे. मेजर ने उस पत्थरबाजी से बचने के लिए ही युवक को जीप के बोनट से बांधा था . इस घटना के चलते मेजर को सम्मानित भी किया गया था.