विदेश में मिला हिन्दी भाषा को सम्मान,अबू धाबी के कोर्ट में बोली हिन्दी भाषा की तूती
अबू धाबी के न्यायिक विभाग ने हिन्दी को अपनी तीसरी आधिकारिक भाषा घोषित की
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दुबई: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी के न्यायिक विभाग ने रविवार को एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अरबी और अंग्रेजी भाषा के बाद हिन्दी को अपनी तीसरी आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल कर लिया है. मतलब अब वंहा की न्यायिक प्रक्रिया में हिंदी भाषा भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
अबू धाबी न्याय विभाग (एडीजेडी) के इस फैसले की सराहना करते हुए भारत की विदेश मंत्री सुष्मा स्वराज ने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि ‘हम अबू धाबी का शुक्रिया करते हैं कि उन्होंने हिंदी भाषा को अपने न्यायिक विभाग की तीसरी आधिकारिक भाषा घोषित की. उनके इस पहल से वंहा की कानूनी व्यवस्था भारतीयों के लिए अधिक सुगम और सरल होगी’.
एक रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ी आप्रवासी जाती भारतीयों की है. तथा तीस लाख से ज्यादा भारतीय तो केवल दुबई में ही रहते हैं. न्यायिक विभाग का ये ऐतिहासिक फैसला बहुत से कामगारों की मदद करेगा जिनकी मातृ भाषा हिंदी है तथा जो उत्तर भारत की तरफ से आते हैं.
इस फैसले का सबसे सकारात्मक पहलू यह है कि वंहा पर बड़ी संख्या में भारतीय कामगार मौजूद हैं वो अपनी मातृ भाषा में शिकायत दर्ज करा सकेंगे.