Election Result : पश्चिम बंगाल में चल गया मोदी मैजिक, 18 सीटों पर बनाई बढ़त
पश्चिम बंगाल में बीजेपी को ऐतिहासिकत सफलता मिलती दिख रही है. रुझानों में बीजेपी ने 18 सीट पर जबरदस्त बढ़त बना रखी है.
- JharkhandElection: राजद प्रदेश अध्यक्ष ने 5 सीटों के लिए की प्रत्याशियों की घोषणा, जानें किसे मिली कौन सीट - November 10, 2019 3:18 PM
- जमशेदपुर: झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला को अपराधियों ने मारी गोली, हालत गंभीर - November 9, 2019 1:42 PM
- Jharkhand Assembly Election 2019: BJP ने JMM पर साधा निशाना, आवेदन शुल्क ₹51000 लेने को बनाया मुद्दा - November 8, 2019 12:37 AM
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में बीजेपी को ऐतिहासिकत सफलता मिलती दिख रही है. रुझानों में बीजेपी ने 18 सीट पर जबरदस्त बढ़त बना रखी है. यहां बीजेपी और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. बीजेपी की सफलता को देखते हुए कहा जा सकता है कि उसने ममता बनर्जी के गढ़ में जबरदस्त सेंध मारी है. बीजेपी के लिए यह सफलता किसी करिश्मे से कम नहीं है, क्योंकि साल 2014 में बीजेपी को पश्चिम बंगाल में सिर्फ 2 सीटें ही मिली थीं. लेकिन लगता है पीएम मोदी और अमित शाह के चुनाव प्रचार ने मतदाताओं पर गहरी छाप छोड़ी है. रुझानों में की पार्टी टीएमसी 22 सीटों पर आगे चल रही है. साल 2014 की तुलना में उसे 12 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल की कुल 42 लोकसभा सीटों पर हुए मुकाबले में साल 2014 में तृणमूल कांग्रेस को 34 सीटें, कांग्रेस को 4 सीटें, बीजेपी को 2 सीटें जबकि लेफ्ट फ्रंट को 2 सीटें मिली थीं. पश्चिम बंगाल में सातों चरण में मतदान हुए थे. पश्चिम बंगाल में पहले से ही बीजेपी और ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबले की उम्मीद थी और शुरुआती रुझानों से यह साबित भी हो गया. चैनलों के एग्जिट पोल में इन्हीं दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला दिखाया गया था. बीजेपी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी के गढ़ में सेंध लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. यहां चुनावी रैलियों में बीजेपी और टीएमसी के बीच जबरदस्त बयानबाजियों का दौर चला था.
पश्चिम बंगाल में हुए चुनावों के हर चरण में इस बार कहीं ना कहीं से हिंसा की खबरें भी सुर्खियों में रही थीं. अंतिम चरण से पहले कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा, पत्थरबाजी और आगजनी के बाद चुनाव आयोग ने पूर्व निर्धारित समय से एक दिन पहले ही चुनाव प्रचार खत्म करने का आदेश दिया था. यह चुनाव आयोग का ऐतिहासिक फैसला था, क्योंकि इससे पहले ऐसा किसी भी राज्य में नहीं हुआ था. चुनाव आयोग के इस निर्णय की काफी आलोचना भी हुई थी. बता दें कि पश्चिम बंगाल में पहले चरण में 2, दूसरे में 3, तीसरे में 5, चौथे में 8, पांचवे में 7, छठे में 8 और सातवें में 9 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ था.